देहरादून - पूर्व राज्य मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष कुमार ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे से स्पष्ट होता है कि भाजपा ने उत्तराखंड को मुख्यमंत्री की प्रयोगशाला बना कर रख दिया है 5 साल में 2_2 मुख्यमंत्री बदल दिए ,अब तीसरा बनाने की तैयारी है जनता ने जो इन्हें स्पष्ट और भारी बहुमत देकर इन्हें गद्दी पर बैठाया था आज उस जनादेश का यह लोग अपमान करने में लगे हुए हैं।
डबल इंजन सरकार मिलने के बाद भी भाजपा का रोज का मुख्यमंत्री बदलने का ये नाटक हो गया है ,भाजपा ने राज्य को एक बार फिर अस्थिरता में झोंका है, जनता ने इन्हें प्रचंड बहुमत दिया और यह जनता को केवल बेवकूफ बनाने का कार्य करने में लगे हुए हैं साडे 4 साल में कोई ठोस जनहितकारी, कल्याणकारी योजनाएं यह नहीं लेकर आए , केवल राज्य में बेरोजगारी ,भ्रष्टाचार और राज्य की जनता को निराशा ही निराशा ही मिली है, उत्तराखंड की भोली भाली जनता को झूठे, भ्रामक और मिथ्या प्रचार करके इन्होंने जो बहुमत हासिल किया ,आज उस बहुमत का यह लोग मखौल उड़ाने में लगे हुए हैं। राज्य की जनता से इन्होंने विश्वासघात किया है व उनको छला है भाजपा में अधिकतर नेता मुख्यमंत्री बनना चाह रहे हैं दो के सपने पूरे हो गए हैं तीसरे की बारी है राज्य की जनता अब भाजपा के असली चेहरे को देख रही है कि किस प्रकार से सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है, मुख्यमंत्री बनने की इच्छा को पूरा करने के लिए भाजपा का हाईकमान राज्य की जनता के विश्वास से खिलवाड़ कर रहा है ,अब जबकि इनका असली चेहरा जनता के सामने आ गया है तो आने वाले समय में जनता इनको बिना इंजन का छोड़कर अपने अपमान का बदला लेगी । भाजपा ने उत्तराखंड राज्य को केवल और केवल मुख्यमंत्री बनाने की प्रयोगशाला बना कर रख दिया है पूरे देश में किसी अन्य राज्य में इतनी नौटंकी और ड्रामा नहीं हुआ है जितना कि भाजपा ने उत्तराखंड में करके रख दिया है। मुख्यमंत्री बदलने के घटनाक्रम पर भाजपा को राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए ।