किसानों का हल्ला बोल ,आज काला दिवस मना ,किसानों ने फूंका सरकार का पुतला।

डोईवाला -


  भारतीय किसान यूनियन टिकेत  के आह्वान पर आज 26 मई को किसानों ने केंद्र सरकार के किसान विरोधी रवैया के खिलाफ आज के दिन को काला दिवस मनाते हुए केंद्र सरकार का पुतला फूंक कर अपना आक्रोश व्यक्त किया।


 किसान नेता हरेंद्र बालियान का कहना था कि केंद्र की सरकार किसान विरोधी सरकार है और लगातार ही वह किसान विरोधी फैसले कर रही है जिसे किसान ही नहीं देश का आम नागरिक भी समझ चुका है आज देश के अन्नदाता को 6 महीने से अधिक सड़कों पर बैठे हुए हो गया है और 500 से अधिक की शहादत  इस किसान आंदोलन में हो चुकी है लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है यह सरकार पूर्ण रूप से किसान व जनविरोधी सरकार है।

वही दूसरी ओर  बुल्लावाला चौक पर भी किसान नेता रणजीत सिंह बॉबी के नेतृत्व में भारी संख्या में किसानों के हुजूम ने सरकार विरोधी नारेबाजी के बीच प्रधानमंत्री का पुतला फूंक कर अपना आक्रोश व्यक्त किया रणजीत सिंह बॉबी ने कहा कि आज का दिन हिंदुस्तान के इतिहास में काला दिन के नाम से जाना जाएगा क्योंकि आज ही के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी और उनके द्वारा किसानों का जो उत्पीड़न लगातार किया गया उसे देश का किसान कभी नहीं भूलेगा 6 महीने से किसान सड़कों पर आंदोलनरत है लेकिन प्रधानमंत्री को केवल चुनाव में और उद्योगपतियों में ही ध्यान है अन्नदाता की ओर किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा।

  किसान नेता जसवंत सिंह ने कहा कि किसान पीछे हटने वाला नहीं है चाहे 2024 तक मोदी सरकार को हटाने तक किसानों को अपनी लड़ाई लड़नी पड़े लेकिन किसान खाली हाथ घर वापस नहीं जाएगा किसानों के  सब्र की परीक्षा मोदी सरकार ना ले किसान पीछे हटने वालों में से नहीं है प्रदर्शन के दौरान जसवंत सिंह, रणजीत सिंह बॉबी, खुर्सीद अहमद, रमेश चंद ,इंदरजीत सिंह, अमरीक सिंह , करनैल सिंह, सुखविंदर सिंह ,संजय शर्मा , अमी चंद , मोहन सिंह , अशोक, बीरू , रणजोध सिंह , रविन्द्र सिंह ,जुल्फीकार अली भुट्टो, शकील अहमद, अमन, आदि भारी संख्या में किसान मौजूद रहे।


वहीं समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी किसानों के समर्थन में काले झंडे लेकर धरना दियाआज 26/5/2021 को  समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता फुरकान अहमद कुरैशी व युवजन सभा के जिला अध्यक्ष आशीष यादव तथा कम्युनिस्ट पार्टी के अश्वनी त्यागी   ने दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा किसानों पर थोपे गए तीनों किसान विरोधी कानूनों को वापिस लेने तथा एमएसपी की गारंटी देने की मांग को लेकर २६ मई को काला दिवस मनाया गया ।फुरकान अहमद  ने कहा देश में किसानों की हालत खराब है भय और भूख मुक्त सरकार देने का वायदा करने वाले लोग सत्ता में आते ही किसान आत्महत्या कर रहा गरीब भूख से मर रहा छह महीने से किसान आंदोलन कर रहे इन्हे बदनाम किया जा रहा की महामारी फैल जाएगी बीजेपी के लोग मीटिंग कर रहे चुनाव हो रहे रेलिया हो रही उससे कोई बीमारी नहीं फैल रही आए दिन कोरोना काल की आड़ में काले कानून थोपे जा रहे महंगाई की मारा मारी है ऑक्सीमीटर बुखार नापने वाले मीटर की काला बजारी हो रही कोरोना पीड़ितों को मिलने वाली किट आधा अधूरा समान हे डोईवाला के विधायक पूर्व मुख्यमंत्री सांसद महोदय केंद्र में मंत्री जी के छेत्र में दलित महिला व उसकी पुत्री ने आर्थिक तंगी के कारण आत्म हत्या कर ली इससे शर्मनाक और अच्छे दिन क्या होगे देश में हिटलर शाही चल रही ।  अश्वनी त्यागी जी ने कहा छह माह व्यतीत होने पर भी किसानों की केंद्र सरकार कोई सुध नहीं ले रही इससे अक्रोशित हो देश भर के किसान ने संघटित हो किसान सयुक्त मोर्चा ने 26 मई को कलादिवस मानने का निर्णय लिया क्युकी 26 मई 2014 को मोदी सरकार सत्ता सीन हुई थी। आज डोईवाला में किसानों को कोरोना काल में रासायनिक खाद नही मिल पा रहा । किसान को इस वक्त गन्ने कि फसल में बरसात से पूर्व खाद की जरूरत होती है साथ ही पशु चारे के लिए खाद चाहिए होती है एक और तो घरों में रहने को कहा जा रहा है वही दूसरी और समितियों में रासायनिक खाद यूरिया के लिए किसानों को बार बार चक्कर काटने पड़ रहे प्रशासन जल्द डोईवाला की समितियों में खाद की व्यवस्था कराए धरना देने वालो में  हरिकिशन चौहान , सराफत सलमानी, एहसान मिस्त्री आदि शामिल रहे।


वहीं कांग्रेस नेत्री संगीता तोमर ने भी अपने निवास पर काला झंडा लेकर krishi कानूनों के विरोध में अपना विरोध प्रकट किया और जल्द से जल्द किसानों की सभी मांगें  मानने के लिए केंद्र सरकार को चेताया।