शिक्षा - स्वास्थ्य की बजाए खनन व शराब पर सरकार का ध्यान- हीरा सिंह

 डोईवाला

रानीपोखरी शराब के ठेके को अठुरवाला विस्थापित क्षेत्र के समीप स्थानांतरण के विरोध में क्षेत्रवासियों का धरना प्रदर्शन पिछले कई दिनों से जारी है दिन-रात धरना प्रदर्शन में काफी संख्या में युवा एवं महिलाएं अपनी सहभागिता दिखा रही हैं मकसद सिर्फ इतना है कि घरों के पास शराब का ठेका ना खुले जिससे कि आसपास का माहौल भी खराब ना हो।


 लेकिन उसके बावजूद भी ठेके स्वामियों द्वारा ठेका स्थानांतरण का प्रयास निरंतर जारी है तो वहीं ग्रामीणों ने भी ठेका स्थानांतरण ना होने देने की हट ठान ली है इसी के मद्देनजर देर रात्रि भारी संख्या में महिलाओं एवं क्षेत्रवासियों ने कैंडल मार्च निकालकर शासन प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि ठेका स्थानांतरण किया गया तो वह किसी भी स्तर तक जा सकते हैं 


तो वहीं ग्रामीणों के प्रदर्शन को देखते हुए पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने भी अपना समर्थन देते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला है उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य की बजाए शराब और खनन को बढ़ावा दे रही है उसे आम जनता की बिल्कुल परवाह नहीं है उसका मकसद सिर्फ शराब और खनन को बढ़ावा देना ही रह गया है उन्होंने कहा कि यदि जबरदस्ती शराब के ठेके को विस्थापित क्षेत्र के समीप स्थानांतरण करने का प्रयास किया गया तो वह ग्रामीणों के साथ हैं और उनके हर आंदोलन में अपनी सहभागिता करेंगे।


अठुरवाला संघर्ष समिति के नेता  करतार सिंह नेगी, पूर्व ग्राम प्रधान पुरुषोत्तम डोभाल ने कहा कि जनता के विरुद्ध कोई भी लिया गया निर्णय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा शराब ठेके से गांव का माहौल खराब होगा साथ ही युवाओं में नशे की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलेगा उन्होंने सरकार से मांग की कि इस ठेके को स्थानांतरण  गांव के समीप ना किया जाए नहीं तो आंदोलन निरंतर जारी रहेगा।

 युवा नेता रविंद्र बेलवाल, सामाजिक कार्यकर्ता रमेश सोलंकी व सागर मनवाल ने भी ग्रामीणों के आंदोलन को समर्थन देते हुए शराब का ठेका स्थानांतरण न करने की मांग की है।

 विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से युवा नेता संजय चमोली रविंदर बेलवाल आशीष बिलजवान मनीष यादव सहित तमाम ग्रामीण सामाजिक कार्यकर्ता एवं महिलाएं उपस्थित रहे।