डोईवाला- नगरपालिका डोईवाला क्षेत्र अंतर्गत व इसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में कोई सरकारी सब्जी मंडी ना होने के कारण यहां के निवासियों को महंगे दामों पर फल और सब्जियां खरीदनी पड़ रही हैं भले ही इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कई वरिष्ठ नेता कर चुके हैं लेकिन इस और किसी ने भी ध्यान नहीं दिया जिसका फायदा यहां के कुछ सब्जी व फल विक्रेता उठा रहे हैं और उनका मनमाना राज यहां चल रहा है तो वही इनकी लूट को रोकने के लिए भी कोई भी विभाग कदम नहीं उठा रहा है और यहां की जनता को महंगे दामों पर सब्जियां और फल खरीदने पढ़ रहे हैं ।
आपको बता दें कि देहरादून और ऋषिकेश सब्जी मंडी के सब्जी व फलों के मुकाबले डोईवाला क्षेत्र में दुगने रेट उपभोक्ताओं को मिल रहे हैं और त्योहार के समय तो इन विक्रेताओं द्वारा मनमर्जी की लूट शुरू कर दी जाती है लेकिन लोगों की मजबूरी भी है कि कोई अन्य उपाय ना होने के चलते उन्हें महंगे दामों पर ही फल व सब्जियां खरीदनी पड़ रही है।
भले ही क्षेत्रवासियों को महंगे दाम चुकाने पड़ रहे हो लेकिन उसका फायदा किसानों को नहीं मिलता है यह बढ़े हुए दाम बिचौलियों की जेब में चले जाते हैं तो वहीं फसल उगाने वाला किसान और खरीदने वाला उपभोक्ता जहां लूट रहा है तो वही बिचौलिए चांदी काट रहे हैं लेकिन इस और किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं जा रहा है।
सरकार ने तमाम विभाग तो बना दिए लेकिन जरूरत से ज्यादा आम जनता से लूटी जा रही रकम आखिर उपभोक्ताओं को कौन वापिस दिलाएगा कोरोना काल में भी जहां कई समाजसेवियों ने लोगों की मदद की तो वही कई फल सब्जी विक्रेताओं ने इस अवसर पर भी लोगों को लूटने की कसर नहीं छोड़ी जिस पर प्रशासन ने सख्ती की और सभी दुकानों में रेट लिस्ट चस्पा करने के निर्देश दिए थे लेकिन जैसे ही कोरोना का प्रभाव कम हुआ तो दुकानदारों ने रेट लिस्ट हटाकर फिर से अपने मनमर्जी के रेट उपभोक्ताओं पर थोपने शुरू कर दिए हैं।
एक बार फिर कोरोना अपना कहर बरपा रहा है और आम आदमी फिर से लॉकडाउन के डर में भयभीत है रोजी रोटी चल नहीं रही है रोजगार का संकट है लेकिन लुटेरे अपनी लूट पर कमी नहीं आने देना चाहते आम जनता मायूस होकर लूटने पर मजबूर है अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी कब इन दुकानों में रेट लिस्ट लगवा कर आम जनता को राहत दिलवा पाते हैं या ऐसे ही जनता महंगाई की मार झेलती रहेगी।