डोईवाला - जिला कांग्रेस कमेटी ने डोईवाला सरकारी अस्पताल को पीपीपी मोड पर देने के पूर्व मुख्यमंत्री के निर्णय के विरुद्ध अपना अभियान तेज कर दिया है जिस कड़ी में जहां कांग्रेस गांव गांव जाकर ग्रामीणों से हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से मुख्यमंत्री को हजारों हस्ताक्षर युक्त मांग पत्र भेजने की तैयारी में है तो उसी कड़ी में आज पूर्व मुख्यमंत्री के निर्णयों को बदलते देख नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के नाम कांग्रेश के कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन डोईवाला तहसीलदार रेखा आर्य के माध्यम से प्रेषित किया।
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गौरव चौधरी ने कहा कि यह अस्पताल जबसे पीपीपी मोड पर गया है तब से यह एक रेफर सेंटर बनकर रह गया है यहां गरीब आदमी की कोई सुनवाई नहीं हो रही है सारा बोझ एकमात्र सरकारी डॉक्टर पर लादा हुआ है उन्होंने मांग की कि इस अस्पताल को पुनः सरकारी श्रेणी में लाकर यहां उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाए जिससे कि लाखों की आबादी को राहत मिल सके।
ओबीसी प्रकोष्ठ के नगर अध्यक्ष भारत भूषण कौशल ने कहा कि अस्पताल को पीपीपी मोड से मुक्त करने के लिए हजारों लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं जिसको जल्द ही मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा जिससे कि वह देख सके कि यह पीपीपी मोड में देने का निर्णय एक जनविरोधी फैसला था और पिछले कई वर्षों से जनता इस फैसले के कारण परेशानी झेलने को मजबूर है ।
सभासद गौरव मल्होत्रा एवं सभासद प्रतिनिधि नागेंद्र सिंह ने कहा कि अस्पताल के पीपीपी मोड के निर्णय को सरकार तत्काल वापस ले इस फैसले से आम जनता काफी परेशानी झेल रही है अगर जल्द यह निर्णय वापस नहीं लिया जाता तो कांग्रेसी उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी।
ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से कांग्रेस जिला अध्यक्ष गौरव चौधरी ओबीसी प्रकोष्ठ अध्यक्ष भारत भूषण कौशल सभासद गौरव मल्होत्रा सभासद बलविंदर सिंह सभासद प्रतिनिधि नागेंद्र सिंह अजय सैनी आदि मौजूद रहे।