पीपीपी मोड से और बीमार हुआ डोईवाला का सरकारी अस्पताल, मुक्ति के लिए चलाएंगे हस्ताक्षर अभियान

 डोईवाला- 

डोईवाला सरकारी अस्पताल को पीपीपी मोड पर देने के निर्णय के खिलाफ मुख्यमंत्री के बदलते ही कांग्रेस ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है।


 आपको बता दें कि डोईवाला के सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देशों के बाद ही प

पीपीपी मोड पर दे दिया था जिसका जनता ने विरोध किया था लेकिन कोई सुनवाई उस समय नहीं हो पाई थी और इस अस्पताल में अच्छी सुविधा देने का दावा किया गया था लेकिन पिछले 4 वर्षों में इस अस्पताल  के साथ साथ यहा आने वाले मरीजों की दुर्गति हुई है उससे जनता के अंदर  गुस्सा पनप रहा था कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री बदले गए तो स्थानीय जनता को फिर से इस अस्पताल के पीपीपी मोड़ से मुक्त होने की आस जगी है।

 इसी को लेकर कांग्रेस ने मोर्चा संभालते हुए आज ओबीसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भारत भूषण कौशल के नेतृत्व में उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर इस पर कार्रवाई की मांग की है।

 भारत भूषण कोशल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा डोईवाला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को इसलिए पीपीपी मोड पर दिया गया था, ताकि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। पर वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अच्छे डॉक्टरों की कमी व सुविधाओं का अभाव है, ओर यह हॉस्पिटल मात्र रेफर सेंटर बनकर रह गया है

साथ ही अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के टेस्ट व अल्ट्रासाउंड के लिए भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में मशीनें होने के बावजूद भी हफ्ते में मात्र एक दिन ही अल्ट्रासाउंड की सुविधा मरीजों को मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने कहा इस अस्पताल को पीपीपी मोड़ से मुक्त कराने के लिए जल्दी हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जाएगा।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सागर मनवाल व अजय सैनी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा अस्पताल में  अच्छी सुविधाओं के संचालन के लिए इस अस्पताल को निजी अस्पताल को पीपीपी मोड़ पर दीया गया था  पर इसका लाभ  आज तक नहीं मिली है पीपीपी मोड़ का निर्णय एकदम गलत साबित हुआ है उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री इस पर संज्ञान लेकर तत्काल इस आदेश को निरस्त कर इस अस्पताल को पूनः जीवन प्रदान देते हुए इसे सरकारी रूप में चलाने का कार्य करें अगर जल्द इस पर कोई निर्णय नही हुआ तो कांग्रेश आंदोलन करने को बाध्य होगी।


ज्ञापन शोपने के दौरान सभासद बलविंद्र सिंह, सभासद गौरव मल्होत्रा, सभासद अब्दुल कादिर, अजय सैनी आदि मौजूद रहे