डोईवाला-
योग को लेकर उत्तराखंड में की गयी घोषणायें फिल्मी डायलॉग से अधिक कुछ भी नहीं....जिससे योगाचार्य में सरकार के प्रति नाराजगी है।
हमसे बात करते हुए योगाचार्य अमित सिंह बिष्ट ने कहा कि पूर्व मे कांग्रेस की हरीश रावत सरकार हो या वर्तमान में भाजपा की त्रिवेन्द्र रावत सरकार योग को लेकर सिर्फ घोषणायें हुई हैं इनका क्रियान्वयन नहीं हुआ योगाचार्य अमित सिंह बिष्ट ने कहा कि 2016 में मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा योग दिवस के अवसर पर राज्य में बीस हज़ार योग प्रशिक्षितों को रोजगार देने की कही बात हो या माध्यमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा को एच्छिक विषय के रूप में शामिल करने की घोषणा
2017 में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा उत्तराखंड को योग का बड़ा केन्द्र बनाये जाने का वादा हो या स्कूल से विश्वविद्यालय तक के पाठ्यक्रम में योग को शामिल करने और योग के क्षेत्र में रोजगार देने की घोषणा इस प्रकार पूर्व और वर्तमान सरकार द्वारा 5 सालों में 15 घोषणाऐं की गयी जो फिल्मी डायलॉग से अधिक कुछ भी नहीं है यही कारण है कि देव भूमी और योग भूमि के नाम से जाना जाने वाले राज्य उत्तराखंड में योग आज हाशिए पर है ।