उत्तर प्रदेश में कोरोना प्रभावित सात देशों चीन, ईरान, साउथ कोरिया, इटली, जर्मनी, फ्रांस और स्पेन की यात्रा से वापस लौटे लोगों को 14 दिनों तक विभिन्न अस्पतालों में कोरेनटाइन बेड (आइसोलेशन के साथ अलग आरक्षित किए गए विशेष बेड) पर भर्ती किया जाएगा। इसके लिए पूरे प्रदेश में 1093 कोरेनटाइन बेड आरक्षित किए गए हैं।संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ.विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार से यूपी के एयरपोर्ट पर आ रहे विदेशियों व भारतीय लोगों को चिह्नित करने का काम शुरू होगा। 15 फरवरी के बाद इन देशों की यात्रा पर गए लोगों पर विशेष नजर रहेगी। जांच में जिन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाएंगे उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।दूसरी तरफ गुरुवार को गाजियाबाद में एक और संदिग्ध मरीज में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। मरीज के पिता में पहले ही कोरोना वायरस पाए जाने की पुष्टि हुई थी। ऐसे में अब यूपी में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 11 हो गई है। इनमें आगरा में सात, गाजियाबाद में दो और लखनऊ व नोएडा में एक-एक मरीज शामिल है।उत्तर प्रदेश भर में 761 ऐसे लोग चिह्नित किए गए जो कोरोना प्रभावित 12 देशों की यात्रा के बाद वापस आए हैं। इसमें से ज्यादातर को जिला सर्विलांस यूनिट की देखरेख में होम आइसोलेशन (पूरी सर्तकता के साथ घर पर) में रखा गया है और 14 संदिग्ध मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। इसमें तीन आगरा, एक-एक नोएडा व गाजियाबाद और बाकी सभी दिल्ली स्थित सफदरगंज अस्पताल में भर्ती किए गए हैं।यूपी में नेपाल बार्डर से सटे जिलों में विशेष चौकियां बनाकर लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके बाद ही इन्हें यूपी में आने की इजाजत दी जा रही है। अभी तक ऐसे करीब 12.28 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।एयरपोर्ट पर अब तक कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा से वापस आए 17,048 यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। स्क्रीनिंग के लिए विशेष चिकित्सक दल और लक्षण पाए जाने के बाद मरीज को भर्ती करने के लिए विशेष एंबुलेंस तैनात की गई है।शुक्रवार को विश्व ग्लूकोमा सप्ताह के उपलक्ष्य पर राजधानी में निकाली जाने वाली राज्यस्तरीय रैली को स्थगित कर दिया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक विजय विश्वास पंत ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर जारी की गई गाइड लाइन के चलते इसे स्थगित किया गया है।