*नागल*
दर्जनों छात्राओं नें एक कॉलेज प्रबंधन पर फर्जी रूप से कक्षाएं संचालित करने का आरोप लगाते हुए नागल थाने पर प्रदर्शन कर प्रबंधकों को नामजद करते हुए थानाध्यक्ष को तहरीर दी, पुलिस नें मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।
छात्रा *जेबा, मोनिका, बेबी, अमरीन, वंदना, समरीन, रानी, उर्वशी, जूली, मनीषा, मीनाक्षी, मोनिका, मनप्रीत, हरमीत, आशु, कोमल, प्रियंका व पूनम* आदि नें थाने में तहरीर देते हुए बताया कि सहारनपुर मुजफ्फरनगर मार्ग पर बडूली के निकट *महर्षि दयानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन* के नाम से महिला विद्यालय है।
सत्र 2018-2019 में बीए प्रथम वर्ष के दाखिले हुए थे जिनके लिए प्रत्येक छात्रा से छह हजार रुपए प्रवेश शुल्क तथा 1195 रुपए प्रत्येक से परीक्षा के नाम पर वसूले गए थे ।
2018-2019 की परीक्षा कॉलेज में ही कराई गई थी जिसके प्रश्नपत्र हाथ से लिख कर दिए गए थे, जिन्हें परीक्षा के बाद कालेज में ही जमा करा लिया गया था।
काफी दिनों बाद जो अंक पत्र दिए गए थे उन पर केवल रोल नंबर व अंक लिखे गए थे, छात्रा का नाम व माता-पिता का नाम तक गायब थे। बार-बार कहने के बावजूद उन्हें सही नहीं कराया गया।
2019-2020 में बीए द्वितीय वर्ष की छात्राओं से प्रवेश शुल्क के नाम पर सात हजार रुपए, प्रैक्टिकल फीस एक हजार रुपए व परीक्षा फीस के नाम पर बारह सौ रुपए वसूल किए गए, मगर हमारे प्रवेश पत्र नहीं दिए गए, जिनके बिना ही परीक्षा में बैठाया नया तथा आधा घंटा बाद ही प्रश्न पत्र उत्तर पुस्तिका वापस ले ली गई तथा कहा कि तुम्हारा पंजीकरण नहीं हो पाया।
छात्राओं का आरोप है कि आज मंगलवार को भी उनका प्रैक्टिकल नहीं लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सैकड़ों छात्राओं से प्रबंध तंत्र ने तीन वर्ष बर्बाद कर लाखों रुपए डकार लिए हैं।
उधर *संस्था अध्यक्ष सुनील कुमार चौहान* नें बताया कि कॉलेज को मान्यता मिलने में देरी हुई है इस कारण छात्राओं के प्रवेश पत्र नहीं मिल सके हैं।
*थानाध्यक्ष जितेंद्र सिंह* नें बताया कि मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।