भाजपा की आपसी लड़ाई का अखाड़ा बना कर्मकार बोर्ड - मनीष

डोईवाला/देहरादून- 


चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति उत्तराखंड के केंद्रीय संयोजक व पूर्व राज्य मंत्री  मनीष कुमार ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि उत्तराखंड कर्मकार बोर्ड में जो लड़ाई चल रही है उससे गरीब, मजदूरों का नुकसान हो रहा है यह बोर्ड गरीब ,मजदूरों के उद्धार के लिए बनाया गया था जो अब भाजपा के नेताओं की आपसी लड़ाई की भेट  चढ़  गया है  इससे पहले भी मंत्री और अध्यक्ष के बीच में लड़ाई होती रही जिसका कोई नतीजा नहीं निकला, और अब फिर से इनमें आपस में लड़ाई हो रही है जो लाभ इस कोरोना  काल में गरीब मजदूरों को मिलना चाहिए था वह नहीं मिल पा रहा है , अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति हेतु यह लोग आपस में लड़ रहे हैं पूर्व में भी यहां पर घोटाले हुए थे जिनकी जांच आज तक लंबित है ,और जिसका कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है जब से भाजपा आई है तभी से यह बोर्ड विवादों के घेरे में है, गरीब ,मजदूरों के पैसे की किस प्रकार से बंदरबांट इस विभाग ने करी है यह किसी से छुपा नहीं है पूरे प्रदेश की जनता जानती है कि इस विभाग में क्या हुआ है, गरीब, मजदूरों के पैसे से बने हुए इस विभाग में गरीब ,मजदूरों का ही शोषण हो रहा है।

अगर  शीघ्र ही इस विभाग ने अपनी कार्यप्रणाली नहीं सुधारी और गरीब मजदूरों को उनका हक अधिकार नहीं दिया तो राज्य आंदोलनकारी इस विभाग के विरुद्ध और सरकार के विरोध धरना , प्रदर्शन  व आंदोलन करने को विवश होंगे ।हम सरकार से मांग करते हैं कि तत्काल इस विभाग में हो रहे घोटाले ,झगड़े पर रोक लगाए और गरीब मजदूरों का जो हक उन्हें मिलना चाहिए तत्काल दे । कोरोना  महामारी में लोग सड़कों पर आ गए हैं गरीब ,लोगों के पास अपनी जीविका चलाने हेतु पैसे नहीं है और ना ही उनके पास कोई रोजगार है ऐसे में सरकार को संवेदनशील बनते हुए कार्य करना चाहिए और बोर्ड के माध्यम से लोगों की मदद करनी चाहिए।