सरकार के एक आदेश से समूह की महिलाओं को रोजगार का संकट

 डोईवाला- 

उत्तराखंड राज्य की स्वरोजगार से जुड़ी डेढ़ लाख महिलाएं अब बेरोजगारी की कगार पर खड़ी हो गई हैं, क्योंकि सरकार ने स्वयं सहायता समूह के द्वारा किए जा रहे पैकिंग के साथ टेक होम का काम कर रही महिला समूह का काम अब निजी संस्थाओं को सौंपने की तैयारी है। जिससे स्वरोजगार से जुड़ी सैकड़ों महिलाएं जहां बेरोजगार हो जाएंगी तो वहीं सैकड़ों की संख्या में कार्यरत महिला समूह भी अब रोजगार से हाथ धो बैठेंगे।


 सरकार के आदेश को महिला समूह मानने को तैयार नहीं है।

 डोईवाला में  महिला समूह से जुड़ी कोमल देवी ने कहा की कार्यकर्ताओं ने सरकार के प्रति अपना रोष जताते हुए मांग की है, कि पूर्व की भांति महिला समूह को ही काम दिए जाएं, क्योंकि महिलाएं तमाम ऐसे काम कर रही थी जिन से महिलाओं की आजीविका भी चल रही थी और स्वरोजगार से जुड़कर परिवार की आय का जरिया भी बन रही थी लेकिन सरकारी फैसले से महिलाएं अब बेरोजगार हो जाएंगी।

 डोईवाला में महिला समूह से जुड़ी महिलाओं ने कहा कि सरकार पूर्व की तरह ही रोजगार उपलब्ध कराएं और टेक होम के साथ अन्य पैकिंग का काम महिलाओं को ही दिया जाए ताकि महिलाओं की आए बनी रहे और महिला समूह भी रोजगार से जुड़े रहे।

समूह की सदस्य रीता नेगी ने कहा की अगर सरकार ने महिला समूह के हित में ठोस कार्रवाई नहीं की तो फिर पूरे प्रदेश की महिला समूह से जुड़ी महिलाए सरकार के खिलाफ आंदोलन को बाध्य होगी।

प्रदर्शन के दौरान कोमल देवी,रीता नेगी,नीलम नेगी पिंकी सायरा रीतू आयशा वंदना उमा मंजू फरीदा बबली तनु ममता नयाल बीना मेहता सूचिता संचिता आदि समूह की महिलाएं मौजूद रही।