नागल क्षेत्र में संचालित ढाबों पर जमकर हो रही है अवैध शराब की बिक्री*


*24 घंटे खोले जा रहे हैं ढाबे*
*हर समय बैठे दिखाई दे सकते हैं संदिग्ध युवक*
*नौकरों का नहीं है थाने में कोई रजिस्ट्रेशन*


*नागल*
क्षेत्र के ज्यादातर ढाबों पर नशीले पदार्थ अवैध शराब की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है, तथा ढाबा संचालक अपने ढाबों पर संदिग्ध युवकों नौकरी पर रख लेते हैं जिनका कोई अता पता ठिकाना नहीं होता।  
बताते चलें कि नागल क्षेत्र में स्टेट हाईवे के दोनों और करीब दो दर्जन ढाबो का संचालन हो रहा है, जिनमें से कुछ ढाबो पर अवैध शराब, डोडा पोस्ट आदि नशीले पदार्थों की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है, वहीं इन ढाबों पर ट्रक चालकों से सरिया, एंगल व डीजल आदि सस्ते दामों में खरीदकर अवैध रूप से बेचकर सरकार को भारी राजस्व का चूना लगाया जाता है। 24 घंटे खुलने वाले इन ढाबों पर रात के समय अक्सर संदिग्ध लोग बैठे दिखाई देते हैं जो कभी भी क्षेत्र में किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे ढाबों के खुलने का समय निर्धारित कर धाबो पर रह रहे कर्मचारियों का ढाबा संचालकों के नाम पते व आईडी प्रूफ लेकर अपने रजिस्टर में दर्ज कराएं तथा वहां बैठने वाले संदिग्ध लोगों की जांच कर कार्यवाही करें। 
यह भी देखने में आया है कि उक्त डाबू के आसपास मानव जाति की तीसरी नस्ल के कुछ संदिग्ध लोग घूमते दिखाई देते हैं जो वाहन चालकों को हाथ देकर रोक लेते हैं तथा उनसे लिफ्ट लेकर रास्ते में लूटपाट कर छोड़ देते हैं। 


क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रहे व आपराधिक गतिविधियां न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन को इन बातों की और ध्यान देना होगा, सबसे पहले तो ढाबा संचालकों का क्या इतिहास रहा है कहीं वह आपराधिक गतिविधियों में शामिल तो नहीं रहा तथा इन ढाबों पर कार्य करने वाले नौकर व कारीगर कौन है, कहां के रहने वाले हैं, इसके अलावा कुछ ढाबों पर देखने में आया है कि कुछ संदिग्ध युवक इन ढाबों पर काम कर रहे हैं जिनका ढाबा संचालकों को यह भी पता नहीं कि वे कहां के रहने वाले हैं इनका परिवार कहां है इनका चरित्र कैसा रहा है।  ढाबा संचालकों के पास युवक केवल रोटी पर ही रह रहे हैं, एक दो ढाबा संचालक तो ऐसे युवकों के साथ में अमानवीय व्यवहार करते हैं, रोजाना उनकी पिटाई की जाती है जबरदस्ती काम कराया जाता है, क्योंकि इनमें कुछ युवक मानसिक रूप से बीमार भी हैं। तो प्रशासन को चाहिए कि ढाबा संचालकों निर्देशित करें कि उनके ढाबों पर जो लोग काम कर रहे हैं उनके आधार कार्ड उनकी लिस्ट थाना पुलिस को सौंपे।