सरिता मोर पहले कबड्डी खिलाड़ी बनना चाहती थी

 सोनीपत के बड़ौदा गांव की 24 वर्षीय सरिता मोर 2017 में 18 किलोग्राम में रजत पदक जीतने के बाद अपनी पहली एसईसीआई प्रतियोगिता में भाग ले रही थी उनकी वापसी आसान नहीं रहने वाली थी सरिता को पहलवान पति राहुल से काफी मदद मिली उनके पिता भी कुश्ती के शौकीन थे खास बात यह है कि सरिता का पहला प्यार पहलवानी नहीं बल्कि कबड्डी था बाद में उन्हें लगा कि पहलवानी में नाम कमा सकती है