देहरादून- ₹1 लाख के इनामी बदमाश को गिरफ्तार करने में दून पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी एस ओ दिलबर सिंह एलपीजी सिलेंडर डिलीवरी करने वालों के साथ 20 दिन तक घूमते रहे, आईजी कार्यालय में कार्यरत दरोगा मोहम्मद यासीन ने सब्जी की ठेली लगा कर आरोपी की गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाई ।
जनवरी में दिल्ली की क्राइम ब्रांच भी अनिल पहलवान की सूचना पर दून में डेरा डाले हुई थी लेकिन दूनबिहार के पत्ते के बारे में किसी को भी सटीक जानकारी नहीं थी 6 फरवरी की रात्रि को आरोपी कार से दूर जा रहा था सूचना पर पुलिस टीम ने दून बिहार में घेराबंदी कर गिरफ्तार किया। वह दिसंबर 2018 से परिवार के साथ यहां रह रहा था और पैरोल मिलने के बाद फरार था आरोपी ने खुलासा किया कि उसके गैंग में सो डेढ़ सौ लोग हैं यह सुनकर अफसर भी अचरज में पड़ गए।
आपको बता दें कि नेहरू कालोनी पुलिस ने हरियाणा और दिल्ली के टॉप फाइव मोस्ट वांटेड बदमाशों में शामिल अनिल लीला पहलवान उर्फ अनिल गंजा को गिरफ्तार किया है आरोपी अनिल पंजाब और हरियाणा में कांग्रेसी नेता मोनू मुन और रिटायर्ड इंस्पेक्टर रामकिशन दहिया की हत्या का आरोप है 100000 का इनाम होने के चलते आरोपी पहचान छिपाकर राजपुर की पॉश कॉलोनी दून बिहार में रह रहा था पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है एसपी देहात प्ररमेन्द्र डोभ।ल ने बताया कि यह आरोपी अनिल पहलवान वेटलिफ्टिंग में स्टेट लेवल का चैंपियन भी रह चुका है पढ़ाई छोड़कर अनिल ने रिश्ते के भाई बबलू के साथ जिम खोला था इसके बाद बबलू ने अपनी पत्नी के प्रेमी की हत्या कर दी थी, यह देख कर अनिल ने भी अपराध की दुनिया में कदम रख कर पहली कार लूट की घटना की अनिल ने वर्ष 2011 में हरियाणा में राम लाल आनंद कॉलेज के छात्र का अपहरण कर एक करोड़ की फिरौती मांगी थी।