मोहन भागवत ने कहा कि राष्ट्रवाद सबको दुनिया में अच्छा नहीं माना जाता है इस सबसे दुनिया के लोगों को हिटलर और फासीवाद की झलक मिलती है भागवत ने ब्रिटेन दौरे की चर्चा करते हुए कहा कि वह कुछ बुद्धिजीवी ऐसे संघ के बारे में चर्चा होनी थी संघ के कार्यकर्ताओं ने उन्हें बताया कि वे चर्चा के दौरान अंग्रेज और अंग्रेजी शब्दों का उपयोग सावधानी से करें वहां अंग्रेजी में शब्दों के अर्थ बिना हो जाते हैं
दुनिया राष्ट्रवाद को अच्छा नहीं मानती